भैरव को त्रिशूल चढ़ाने से शक्ति, सुरक्षा और आशीर्वाद प्राप्त होता है। यह प्रथा भक्ति और विश्वास के साथ की जाती है। त्रिशूल का प्रतीक भगवान शिव से जुड़ा है, जो व्यक्ति के दुखों का निवारण करते हैं और पापों से मुक्ति दिलाने में मदद करते हैं।
आदिभैरव को दीपदान करने से यह माना जाता है कि व्यक्ति की जीवनधारा में सुधार होता है, स्वास्थ्य ठीक रहता है, और समृद्धि आती है।
अदिभैरव को अपराजिता पुष्प चढ़ाने से जीवन में आने वाली बाधाओं को पार करने की शक्ति मिलती है। जो लोग प्रतियोगिता, परीक्षा या किसी चुनौतीपूर्ण स्थिति से गुजर रहे होते हैं, उनके लिए यह विशेष रूप से लाभकारी हो सकता है।
अदिभैरव को पुष्पमाला चढ़ाने से जीवन में आने वाली विभिन्न प्रकार की समस्याओं और संकटों से मुक्ति मिल सकती है। यह माना जाता है कि भगवान के चरणों में फूल अर्पित करने से बुरी किस्मत और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है, जिससे जीवन में सकारात्मक बदलाव आता है।
अदिभैरव को शराब चढ़ाने से व्यक्ति के जीवन में आने वाली गंभीर समस्याओं का समाधान होता है, जैसे आर्थिक संकट, पारिवारिक विवाद, या अन्य व्यक्तिगत संघर्ष। शराब चढ़ाने से भैरव की विशेष कृपा प्राप्त होती है, जो इन समस्याओं को दूर करने में मदद करती है।