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अमावस्या पितृ तर्पण

मूल्य : ₹1501

तर्पण पितरों को जल और काले तिल अर्पित करने का वैदिक अनुष्ठान है, जो श्राद्ध पक्ष, अमावस्या और संक्रांति पर किया जाता है। इससे पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है और परिवार को उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है। यह पितृ दोष निवारण और वंश की समृद्धि में सहायक होता है।

मुख्य जानकारी

पंडित जी आपके घर पर ही तर्पण करेंगे।
पूजा में इस्तेमाल होने वाले काले तिल और कुश  हम लाते हैं। 
यह पूजा हर अमावस्या को की जाती है।

हमारा वादा

•    वैदिक विधि - सभी अनुष्ठान प्राचीन वैदिक विधियों का पालन करते हुए किए जाते हैं।
•    समयबद्धता - हम समय के पाबंद हैं और प्रामाणिकता की गारंटी देते हैं।
•    मार्गदर्शन - हमारे पुजारी आपको पूरे अनुष्ठान के दौरान मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।
•    सुखद पूजा अनुभव सुनिश्चित करने के लिए उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री।
•    पूजा तिथि, गोत्र, भाषा और वेद के अनुसार की जाती है।

पूजा संपन्न होगी :

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  • सामान्य प्रश्न

अमावस्या तर्पण 
अमावस्या तिथि पितरों को समर्पित है, इसलिए इस दिन पितरों के निमित्त तर्पण करने का विधान है। अमावस्या के दिन पितरों को जल, तिल, जौ, कुशा और फूल आदि अर्पित पितरो को करवाए जायेंगे ।

तर्पण की विधि:

सर्वप्रथम स्नान आदि करके पवित्र हो जाएं।
फिर अपने पितरों का ध्यान करें।
एक तांबे के बर्तन में जल, तिल, जौ, दूर्वा, और सफेद फूल लें।
उस जल को अपने दाएं हाथ के अंगूठे और तर्जनी उंगली से पितरों का आह्वान करते हुए धीरे-धीरे धरती पर छोड़ें।
तर्पण करते समय अपना मुख दक्षिण दिशा में रखें।
तर्पण  के समय पंडित जी आपके पूर्वजो को मंत्र पढ़ते तिल  युक्त जल दिलवाएंगे |  
विशेष:
अमावस्या के दिन पितरों के निमित्त पिंडदान भी किया जाता है।
यदि आप गया जाकर तर्पण नहीं कर सकते हैं, तो आप घर पर ही किसी पवित्र नदी या जलाशय के किनारे तर्पण कर सकते हैं।
यदि आपके पास नदी या जलाशय नहीं है, तो आप घर पर ही किसी शांत स्थान पर तर्पण कर सकते हैं।
तर्पण के लाभ:

पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
पारिवारिक क्लेश दूर होते हैं।
पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।
कुछ अन्य महत्वपूर्ण बातें:

अमावस्या के दिन पितरों के निमित्त दान भी करना चाहिए।
इस दिन ब्राह्मणों को भोजन कराना चाहिए।
इस दिन किसी भी प्रकार के तामसिक भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए।
यह भी ध्यान रखें कि तर्पण करते समय मन में पूर्ण श्रद्धा और विश्वास होना चाहिए।

प्रश्न 1: क्या मैं पूजा की पुष्टि के लिए पहले से कुछ पैसे दे सकता हूँ और बाकी पैसे बाद में दूँ?
उत्तर: ज़रूर, आप पूजा बुक करने के लिए पहले से थोड़े से पैसे दे सकते हैं। बाकी पैसे आप पूजा के बाद नकद या ऑनलाइन दे सकते हैं।

प्रश्न 2: पूजा में कितना समय लगता है?
उत्तर: आम तौर पर पूजा में१५ मिनट  या उससे ज़्यादा समय लगता है। य

प्रश्न 3: क्या हम आनलाइन पूजा करवा सकते है 
उत्तर: जी जरुर जो फल सामने बैठ कर मिलता है वही फल आपको आनलाइन पूजा करवाने पे मिलेगा | इस पूजा में पंडित जी वीडियो कॉल के  माध्यम से तर्पण की विधि करवाएंगे |  आपनी श्रद्धा और विश्वास बनाये रखिये |