कुंडली में चांडाल योग तब बनता है जब गुरु और राहु या केतु ग्रह युति बनाता है ।
गुरु राहु चांडाल योग – जब गुरु और राहु की युति होती है।
गुरु केतु चांडाल योग – जब गुरु और केतु युति होती है
गुरु चांडाल योग प्रभाव: कुंडली में चांडाल योग होने पर व्यक्ति को मानसिक ,पारिवारिक व्याहारिक शांति नहीं मिलती; पिता और भाई के साथ संबंध अच्छे नहीं रहेंगे; व्यापर में वृद्धि नहीं हो पाता नौकरी में तरक्की नहीं पाती है दोस्तों के साथ हमेशा उतार-चढ़ाव रहेगा; संपत्ति को बनाए रखने में समस्याएँ। वे किसी भी चीज़ पर ध्यान केंद्रित करने में सक्षम नहीं होते हैं, अनेक गतिविधियां में शामिल हैं।
चांडाल योग शांति पूजा कब करें?
यह शांति तब की जा सकती है जब कुंडली में गुरु और राहु/केतु की युति हो। और महादशा अन्तर्दशा प्रत्यन्तर्दशा में उचित फल नहीं पा रहा हो ?
व्यक्ति के राशि नक्षत्र के अनुसार शुभ तिथि का चयन करें।
चांडाल योग शांति पूजा के लाभ:
यह युति के अशुभ प्रभावों के बुरे परिणामों को कम करने में मदद करता है।
यह परिवार और दोस्तों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने में सहायता करता है।
एकाग्रता शक्ति को बढ़ाता है।
चांडाल योग शांति पूजा के लिए पंडित जी को बुक करें। पंडित जी सभी पूजा सामग्री लाएंगे। सभी पंडित अच्छे अनुभवी हैं और वैदिक पाठशाला से अध्ययन किये हुए हैं।