दुर्गा पूजा, देवी दुर्गा की आराधना का महत्वपूर्ण पर्व है। माँ दुर्गा को विभिन्न रूपों और नामों में पूजा जाता है। उन्हें आद्याशक्ति और सृष्टि के मूल स्रोत के रूप में मान्यता दी जाती है। नवरात्रि के नौ दिनों के दौरान, माँ दुर्गा के अलग-अलग अवतारों की पूजा की जाती है। यह पूजा व्यक्ति को जीवन में आने वाली कठिनाइयों और चुनौतियों से निपटने की शक्ति प्रदान करती है।
दुर्गा पूजा की विधि
पूजा देवी दुर्गा का आह्वान करके प्रारंभ होती है, जिसके बाद मंत्रोच्चार और गौरी गणेश कलश मातृका व दुर्गा जी षोडशोपचार पूजा विधियां पूरी की जाती हैं। इस प्रक्रिया से देवी का आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है।
शुभ समय
मंगलवार और शुक्रवार जैसे दिनों पर यह पूजा विशेष फलदायी मानी जाती है।
नवरात्रि और अष्टमी जैसे पवित्र अवसरों पर इसे करना अति शुभ होता है।
विशेष लाभ के लिए शुभ समय में आरम्भ किया जा सकता है |
दुर्गा पूजा के लाभ
सभी बाधाओं का निवारण: यह पूजा जीवन में उपस्थित सभी समस्याओं को समाप्त करने में सहायक होती है।
सुरक्षा और शांति: यह व्यक्ति को बुरी नजर, नकारात्मक ऊर्जा और शत्रुओं से बचाती है।
सुख और समृद्धि: यह पूजा धन, समृद्धि और खुशहाली प्रदान करती है।
स्वास्थ्य लाभ: लंबे समय से चली आ रही बीमारियों से मुक्ति दिलाती है और स्वस्थ जीवन सुनिश्चित करती है।
पंडित सेवा
दुर्गा पूजा के लिए आप अनुभवी और योग्य पंडितों की सेवा प्राप्त कर सकते हैं। वे सभी आवश्यक सामग्री के साथ आकर विधिपूर्वक पूजा संपन्न करेंगे।
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