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गण्ड मूल मघा नक्षत्र शान्ति

मूल्य : ₹9100 - ₹16100

सताइसा पूजा, जिसे गंड मूल नक्षत्र शांति पूजा भी कहा जाता है, सनातन धर्म में एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है। यह पूजा तब की जाती है जब किसी बच्चे का जन्म गंड मूल नक्षत्र में होता है। यह पूजा बच्चे के जन्म के 27वें दिन की जाती है, जब चंद्रमा उसी नक्षत्र में पुनः प्रवेश करता है। गंड मूल नक्षत्रों में अश्विनी, आश्लेषा, मघा, रेवती, ज्येष्ठा और मूल नक्षत्र शामिल हैं। इन नक्षत्रों में जन्म लेने वाले बच्चों के लिए गंड मूल नक्षत्र शांति पूजा अनिवार्य मानी जाती है।

मुख्य जानकारी

•    गंड मूल नक्षत्र केअशुभ  प्रभावों से छुटकारा पाने के लिए।
•    इस पूजा में  नवजात के लिए अच्छे स्वास्थ्य की प्रार्थना की जाती है।
•    यह पूजा जन्म  के सत्ताईसवें दिन (27वें दिन)उसी नक्षत्र में  संपन्न की जाती है
•    इसमें 27 पेड़ के पत्ते और 27 कुएँ के पानी का इस्तेमाल किया जाता है।
•    मुख्य मघा नक्षत्र देवता  -पितर 
 

हमारा वादा

• वैदिक विधि - सभी अनुष्ठान प्राचीन वैदिक विधियों का पालन करते हुए किए जाते हैं।
• समयबद्धता - हम समय के पाबंद हैं और प्रामाणिकता की गारंटी देते हैं।
• मार्गदर्शन - हमारे पुजारी आपको पूरे अनुष्ठान के दौरान मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।
• सुखद पूजा अनुभव सुनिश्चित करने के लिए उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री।
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पूजा संपन्न होगी :

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  • सामान्य प्रश्न

गंड मूल नक्षत्र शांति पूजा उन शिशुओं के लिए  जो अश्विनी, आश्लेषा, मघा, ज्येष्ठा, मूल और रेवती नक्षत्रों में जन्म लेते हैं। ये नक्षत्र गंड मूल दोष उत्पन्न कर सकते हैं, जिससे बच्चे, माता-पिता और विशेष रूप से मामा (मातृ पक्ष) को प्रभावित करने की संभावना रहती है। इस दोष को शांत करने के लिए मूल शांति पूजा की जाती है।
गंड मूल नक्षत्र शांति पूजा व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करती है और व्यक्ति के जीवन में अशुभता लाती है। इन नक्षत्रों के अशुभ परिणामों को मूल शांति पूजा के माध्यम से शांत किया जा सकता है।


गंड मूल नक्षत्र शांति पूजा विधि 


पूजा की शुरुआत गौरी-गणेश पूजन से होती है।
सभी 27 नक्षत्रों की विशेष पूजा की जाती है।
गंड मूल नक्षत्र के लिए विशेष हवन किया जाता है।
27 विभिन्न पेड़ों की पत्तियों और जल से बच्चे और माता-पिता का अभिषेक किया जाता है।
नकारात्मक प्रभावों को दूर करने के लिए ब्राह्मण भोजन व दान किया जाता है।

मघा नक्षत्र वैदिक मंत्र - 

ॐ पितृभ्य: स्वधायिभ्य स्वाधानम: पितामहेभ्य: स्वधायिभ्य: स्वधानम: ।
प्रपितामहेभ्य स्वधायिभ्य स्वधानम: अक्षन्न पितरोSमीमदन्त:
पितरोतितृपन्त पितर:शुन्धव्म । ॐ पितरेभ्ये नम: ।


गंड मूल नक्षत्र शांति के लाभ


बचपन में आने वाली परेशानियां दूर होती हैं।
माता-पिता की स्वास्थ्य व धन संबंधी समस्याओं का निवारण।
करियर, विवाह और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार।
सताइसा पूजा  एक पारंपरिक हिन्दू अनुष्ठान है, जिसे विशेष रूप से नवजात शिशु के जन्म के बाद किया जाता है। यह पूजा बच्चे के सत्ताईसवें दिन (27वें दिन) उसी जन्म नक्षत्र पे  संपन्न की जाती है और इसका उद्देश्य शिशु के अच्छे स्वास्थ्य, लंबी उम्र और समृद्धि की प्रार्थना करना होता है।
अनुभवी वैदिक पंडित जी सभी पूजा विधियाँ संपन्न कराते हैं।

अगर आप गंड मूल नक्षत्र शांति पूजा के लिए पंडित जी को बुक करना चाहते हैं, तो अनुभवी वैदिक पंडित जी को बुक करें। वे पूरी विधि के अनुसार पूजा संपन्न करेंगे और सभी आवश्यक पूजा सामग्री साथ लाएंगे।

•    क्या मैं पूजा की पुष्टि करने के लिए पूरी राशि का अग्रिम भुगतान कर सकता हूँ?
•    हाँ, आप अपनी बुकिंग की पुष्टि करने के लिए टोकन के रूप में पूरी राशि का भुगतान कर सकते हैं।
•    पूजा पूरा होने में  कितना समय लगता है?
•    पूजा आम तौर पर  4 + घंटे का समय लगता है, यह पूजा के लिए चुने गए पैकेज पर भी निर्भर करता है।