संतान गोपाल को बाल गोपाल के नाम से भी जाना जाता है, जो भगवान कृष्ण का शिशु रूप है जो जीवन की रक्षा करता है और प्रजनन क्षमता, बच्चे के जन्म में देरी और गर्भावस्था से जुड़ी अन्य जटिलताओं की समस्या को हल करता है। जिन दम्पतियों को संतान की प्राप्ति नहीं होती है, उन्हें संतान प्राप्ति के लिए भगवान कृष्ण का आशीर्वाद पाने के लिए यह जाप अवश्य करवाना चाहिए।
यह मंत्र जाप कुंडली के अशुभ योगो को संतान प्राप्ति के अनुकूल कारके संतान प्राप्ति में सहायक होता है |
संतान गोपाल मंत्र जाप पंडितजी द्वारा किया जाता है, जो गौरी गणेश पूजा, कलश नवग्रह पूजा से शुरू होता है, और जाप शुरू होता है और जाप पूरा होने के बाद हवन किया जाता है।
संतान गोपाल मंत्र का अर्थ:
ॐ क्लीं देवकीसुत गोविन्द वासुदेव जगत्पते देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गतः ।।
हे देवकी नंदन, गोविन्द, वासुदेव, जगत के स्वामी श्रीकृष्ण! मुझे पुत्र प्रदान करें, मैं आपकी शरण में आया हूँ।
जप के लाभ:
संतान प्राप्ति में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं।
स्वस्थ और गुणवान संतान की प्राप्ति होती है।
गर्भावस्था के दौरान आने वाली समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
दंपतियों के बीच प्रेम और संबंध मजबूत होता है।
संतान गोपाल मंत्र जाप कब करें?
संतान गोपाल मंत्र जाप आमतौर पर गुरुवार, शनिवार या दम्पतियों के नक्षत्र के आधार और गर्भावस्था में या गर्भ धारण न हो रहा हो तो करवाया जाता है।
संतान गोपाल मंत्र जाप के लाभ:
गर्भावस्था से संबंधित समस्याओं का कारण बनने वाले ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों को इस जाप और हवन को करने से दूर किया जा सकता है।
यह गर्भपात से बचने और गर्भावस्था के दौरान प्रजनन समस्याओं या जटिलताओं को दूर करने में मदद करता है।
नवजात शिशु को स्वास्थ्य, बुद्धि प्रदान करता है और समृद्ध कल्याण सुनिश्चित करता है।
संतान गोपाल मंत्र जाप के लिए पंडित जी को बुक करें। पंडित जी सभी पूजा सामग्री लेकर आएंगे। सभी पंडित अच्छे अनुभवी हैं और वैदिक पाठशाला से पढ़े हुए हैं।