भगवान गणेश हिंदू धर्म में सर्वाधिक पूजित देवताओं में से एक हैं। उन्हें विघ्नहर्ता, बुद्धि के देवता और समृद्धि के प्रतीक के रूप में जाना जाता है। गणेश जी की पूजा किसी भी शुभ कार्य से पहले की जाती है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि उनकी कृपा से सभी कार्य सिद्ध होते हैं।
गणेश जी का स्वरूप
• गजानन: गणेश जी का सबसे विशिष्ट लक्षण उनका गजमुख है।
• चतुर्भुज: उनके चार हाथ होते हैं, जिनमें वे अंकुश, पाश, मोदक और वरद मुद्रा धारण करते हैं।
• मूषक वाहन: गणेश जी का वाहन मूषक (चूहा) होता है।
• लाल रंग: गणेश जी को लाल रंग बहुत प्रिय है।
गणेश जी की पूजा का महत्व
• विघ्न निवारण: गणेश जी की पूजा करने से जीवन में आने वाली सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं।
• बुद्धि का विकास: गणेश जी को बुद्धि के देवता माना जाता है। उनकी पूजा करने से बुद्धि का विकास होता है और याददाश्त तेज होती है।
• सफलता: गणेश जी की कृपा से व्यक्ति को जीवन में सफलता मिलती है।
• धन लाभ: गणेश जी को धन के देवता भी माना जाता है। उनकी पूजा करने से धन में वृद्धि होती है और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
• सुख-शांति: गणेश जी की पूजा करने से घर में सुख-शांति का वातावरण बना रहता है।