शनि की साढ़ेसाती के दौरान अयोध्या में श्री हनुमान जी के चरणों की पूजा विशेष लाभकारी होती है। यहां की गई पूजा शीघ्र ही प्रभावी होती है।
संकटों से मुक्ति: हनुमान जी को संकटमोचन भी कहा जाता है। इनकी पूजा करने से जीवन में आने वाले सभी प्रकार के संकटों से मुक्ति मिलती है।
बुरी शक्तियों से सुरक्षा: हनुमान जी की कृपा से व्यक्ति को बुरी शक्तियों से सुरक्षा मिलती है।
हनुमान बाहुक: इसकी रचना गोस्वामी तुलसीदास जी ने की थी। ऐसा माना जाता है कि इस स्तोत्र का नियमित पाठ करने से व्यक्ति को कई लाभ मिलते हैं।
हनुमान जी की पूजा के लाभ
हनुमान जी को बल, बुद्धि और भक्ति का प्रतीक माना जाता है। इनकी पूजा करने से भक्तों को कई लाभ मिलते हैं।