वास्तु शास्त्र घर, प्रासाद, भवन अथवा मन्दिर निर्माण करने का प्राचीन भारतीय विज्ञान है वास्तु के माध्यम से भूमि भवन दुकान फैट्री कार्यालय आदि के दोषों को जानकर उनका निवारण किया जाता है |.जहा हम और भगवान निवास करते है |उस भवन में तोड़ फोड़ या बनाने के समय दोष आ जाने पर और और घर परिवार की शांति के लिए पूजन किया जाता है |
वास्तु शांति पूजा कब करें?
राशि, नाम और नक्षत्र के आधार पर शुभ मुहूर्त पर यह पूजन निर्धारित करे।
वास्तु शांति पूजा के लाभ:
पारिवारिक शांति अनेक प्रकार से उन्नति को प्रदान करके घर में रहने वाले लोगो को निरोग रखती है यह पूजा समस्त बाधाओं को दूर करके जीवन में उन्नति प्रदान करने में मदद करती है।
वास्तु शांति पूजा घर की नकारात्मकता को दूर करके सुख शांति की वृद्धि करती है |
विधि क्या क्या है :- पूजा विधि : गौरी गणेश पूजन कलश पूजन मात्रिका पूजन वास्तु पूजन वास्तु मंत्र जप व गृह शांति के लिए हवन किया जाता है|
पूजा में क्या क्या होगा :- हमारे पंडित शास्त्रोक्त विधि विधान से आपके कुल परंपरा के अनुसार पूजा करवाते है |पंडित जी पूजा में दक्ष व पाठशालाओमें पढ़े हुए व शास्त्र में पारंगत है इनके पास अनेक प्रकार की पूजा करवाने का अनुभव है |