मनोकामना की पूर्ति के लिए और भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए
: रामेश्वर मंदिर वाराणसी
: Wednesday, 26 February 2025, महा शिवरात्रि विशेष
अब तक 141+ से अधिक भक्त पुजारी जी की इस पूजा को बुक कर चुके हैं।
भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए रुद्राभिषेक एक शक्तिशाली वैदिक अनुष्ठान है। इसमें शिवलिंग का अभिषेक जल, दूध, घी, शहद, दही और पंचामृत से किया जाता है। यह पूजा विशेष रूप से समृद्धि, स्वास्थ्य, शांति और बाधा निवारण के लिए की जाती है। मान्यता है कि रुद्राभिषेक करने से पापों का नाश, ग्रह दोष निवारण, और मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
रुद्राभिषेक करने से जन्म-जन्मांतर के पाप नष्ट होते हैं।
शिव कृपा से परिवार में सुख, शांति और समृद्धि आती है।
शिव की कृपा से जीवन में आने वाली सभी बाधाएं दूर होती हैं।
संकट और भय से रक्षा प्रदान करता है।
अपनी आवश्यकताओं के आधार पर पूजा और पैकेज चुनें, जैसे व्यक्तिगत, युगल या पारिवारिक पूजा।
अपनी पूजा के साथ-साथ गौ सेवा, दीप दान, वस्त्र दान, अन्न दान, ब्राह्मण तर्पण जैसे अतिरिक्त विकल्प भी चुनें।
चुने गए पूजा के आधार पर अपना नाम, वंश (गोत्र) और पता (यदि लागू हो) के साथ संकल्प फॉर्म भरें।
चयनित पूजा में अपनी भागीदारी की पुष्टि करने के लिए भुगतान करें। अपने पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर पूजा के वास्तविक समय के अपडेट प्राप्त करें।
आपके नाम और वंश के साथ की गई पूजा का एक वीडियो 3-4 दिनों के भीतर आपके साथ साझा किया जाएगा और यह आपकी प्रोफ़ाइल पर भी उपलब्ध होगा। प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर दिए गए पते पर भेज दिया जाएगा।
रामेश्वर मंदिर में भगवान शिव की पूजा करने से विशेष आध्यात्मिक और धार्मिक लाभ प्राप्त होते हैं। इसे काशी का रामेश्वरम भी कहा जाता है, जो रामेश्वरम मंदिर, तमिलनाडु के समान महत्व रखता है।
ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर में शिवलिंग का अभिषेक करने से समस्त पापों से मुक्ति और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
पापों का नाश: यहां रुद्राभिषेक करने से जन्म-जन्मांतर के पाप नष्ट होते हैं।
मनोकामना पूर्ति: श्रद्धा और भक्ति से शिव पूजा करने पर इच्छित फल प्राप्त होते हैं।
कर्म दोष निवारण: ग्रह दोष, पितृ दोष, और अन्य कष्टों से मुक्ति मिलती है।
मोक्ष प्राप्ति: वाराणसी में स्थित होने के कारण इस मंदिर में पूजा से मोक्ष का द्वार खुलता है।
सुख-समृद्धि: शिव कृपा से परिवार में सुख, शांति और समृद्धि आती है।
व्यक्तिगत पूजा
दम्पति पूजा
पारिवारिक पूजा
सयुंक्त पारिवारिक पूजा