कालसर्प दोष, पितृ दोष और शनि दोष से मुक्ति
: काशी क्षेत्र
: Wednesday, 26 February 2025, महा शिवरात्रि विशेष
अब तक 160+ से अधिक भक्त पुजारी जी की इस पूजा को बुक कर चुके हैं।
.पार्थिव शिवलिंग पूजा भगवान शिव को प्रसन्न करने का उत्तम साधन है। इससे मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं, विशेषकर संतान, धन और विवाह में सफलता मिलती है। यह कालसर्प दोष, पितृ दोष और शनि दोष से मुक्ति दिलाती है। स्वास्थ्य लाभ, असाध्य रोगों से राहत और दीर्घायु प्राप्त होती है। व्यापार में उन्नति और आर्थिक समृद्धि के लिए यह अत्यंत प्रभावी है। पूजा से मानसिक शांति और मोक्ष की प्राप्ति होती है। विशेष रूप से महाशिवरात्रि और सावन में इसका महत्व अधिक होता है।
🔹 जो व्यक्ति सच्चे मन से पार्थिव शिवलिंग की पूजा करता है, उसकी सभी इच्छाएं पूरी होती हैं। विशेष रूप से संतान सुख, विवाह और करियर में सफलता प्राप्त होती है।
🔹 यह पूजा कालसर्प दोष, पितृ दोष और अन्य ग्रह दोषों से मुक्ति दिलाती है। शनि दोष से पीड़ित लोगों को यह पूजा अवश्य करनी चाहिए।
🔹 पार्थिव शिवलिंग पर महामृत्युंजय मंत्र का जाप और अभिषेक करने से असाध्य रोगों से मुक्ति मिलती है और दीर्घायु की प्राप्ति होती है।
🔹 व्यापार में सफलता और धन-संपत्ति की प्राप्ति के लिए यह पूजा अत्यंत प्रभावी मानी जाती है।
अपनी आवश्यकताओं के आधार पर पूजा और पैकेज चुनें, जैसे व्यक्तिगत, युगल या पारिवारिक पूजा।
अपनी पूजा के साथ-साथ गौ सेवा, दीप दान, वस्त्र दान, अन्न दान, ब्राह्मण तर्पण जैसे अतिरिक्त विकल्प भी चुनें।
चुने गए पूजा के आधार पर अपना नाम, वंश (गोत्र) और पता (यदि लागू हो) के साथ संकल्प फॉर्म भरें।
चयनित पूजा में अपनी भागीदारी की पुष्टि करने के लिए भुगतान करें। अपने पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर पूजा के वास्तविक समय के अपडेट प्राप्त करें।
आपके नाम और वंश के साथ की गई पूजा का एक वीडियो 3-4 दिनों के भीतर आपके साथ साझा किया जाएगा और यह आपकी प्रोफ़ाइल पर भी उपलब्ध होगा। प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर दिए गए पते पर भेज दिया जाएगा।
काशी में पार्थिव शिवलिंग पूजा का अत्यधिक महत्व है। यह भगवान शिव को प्रसन्न करने का एक प्रभावी साधन है, जिससे भक्तों को मोक्ष, सुख-समृद्धि और सभी बाधाओं से मुक्ति मिलती है। काशी को स्वयं शिवजी की नगरी माना जाता है, और यहाँ पार्थिव शिवलिंग की पूजा करने से विशेष फल प्राप्त होते हैं।
यह पूजा ग्रह दोष, कालसर्प दोष, पितृ दोष, और शनि दोष को शांत करने में अत्यंत प्रभावी मानी जाती है। पार्थिव पूजा करने से मनोकामनाएं शीघ्र पूर्ण होती हैं और भक्त को आरोग्य, धन-वैभव और पारिवारिक सुख प्राप्त होता है।
विशेष रूप से महाशिवरात्रि, सावन मास और प्रदोष व्रत के दौरान काशी में पार्थिव पूजा करना अत्यधिक शुभ माना जाता है। इस दिन हजारों श्रद्धालु पार्थिव शिवलिंग बनाकर जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करते हैं, जिससे उन्हें भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। काशी में की गई यह पूजा जन्म-मरण के चक्र से मुक्ति और मोक्ष प्रदान करती है।
व्यक्तिगत पूजा
दम्पति पूजा