गणेश जी को विघ्नहर्ता कहा जाता है। उनकी आराधना से न केवल विघ्न दूर होते हैं बल्कि जीवन में कई प्रकार के लाभ भी प्राप्त होते हैं।
: बड़ा गणेश मंदिर काशी
: Wednesday, 22 January 2025,
अब तक 85+ से अधिक भक्त पुजारी जी की इस पूजा को बुक कर चुके हैं।
भगवान गणेश हिंदू धर्म में सर्वाधिक पूजित देवताओं में से एक हैं। उन्हें विघ्नहर्ता, बुद्धि के देवता और समृद्धि के प्रतीक के रूप में जाना जाता है। गणेश जी की पूजा किसी भी शुभ कार्य से पहले की जाती है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि उनकी कृपा से सभी कार्य सिद्ध होते हैं।
गणेश जी का स्वरूप
• गजानन: गणेश जी का सबसे विशिष्ट लक्षण उनका गजमुख है।
• चतुर्भुज: उनके चार हाथ होते हैं, जिनमें वे अंकुश, पाश, मोदक और वरद मुद्रा धारण करते हैं।
• मूषक वाहन: गणेश जी का वाहन मूषक (चूहा) होता है।
• लाल रंग: गणेश जी को लाल रंग बहुत प्रिय है।
गणेश जी की पूजा का महत्व
• विघ्न निवारण: गणेश जी की पूजा करने से जीवन में आने वाली सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं।
• बुद्धि का विकास: गणेश जी को बुद्धि के देवता माना जाता है। उनकी पूजा करने से बुद्धि का विकास होता है और याददाश्त तेज होती है।
• सफलता: गणेश जी की कृपा से व्यक्ति को जीवन में सफलता मिलती है।
• धन लाभ: गणेश जी को धन के देवता भी माना जाता है। उनकी पूजा करने से धन में वृद्धि होती है और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
• सुख-शांति: गणेश जी की पूजा करने से घर में सुख-शांति का वातावरण बना रहता है।
गणेश पूजा तनाव और चिंता को कम करने में मदद करती है और मन को शांत करती है।
आध्यात्मिक विकास: गणेश पूजा आध्यात्मिक विकास में मदद करती है और व्यक्ति को आत्मज्ञान की ओर ले जाती है।
पूजा के माध्यम से, व्यक्ति भगवान से जुड़ा हुआ महसूस करता है और आध्यात्मिक शक्ति प्राप्त करता है।
अपनी आवश्यकताओं के आधार पर पूजा और पैकेज चुनें, जैसे व्यक्तिगत, युगल या पारिवारिक पूजा।
अपनी पूजा के साथ-साथ गौ सेवा, दीप दान, वस्त्र दान, अन्न दान, ब्राह्मण तर्पण जैसे अतिरिक्त विकल्प भी चुनें।
चुने गए पूजा के आधार पर अपना नाम, वंश (गोत्र) और पता (यदि लागू हो) के साथ संकल्प फॉर्म भरें।
चयनित पूजा में अपनी भागीदारी की पुष्टि करने के लिए भुगतान करें। अपने पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर पूजा के वास्तविक समय के अपडेट प्राप्त करें।
आपके नाम और वंश के साथ की गई पूजा का एक वीडियो 3-4 दिनों के भीतर आपके साथ साझा किया जाएगा और यह आपकी प्रोफ़ाइल पर भी उपलब्ध होगा। प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर दिए गए पते पर भेज दिया जाएगा।
बड़ा गणेश मंदिर, काशी:
वाराणसी या काशी भारत के सबसे पुराने और पवित्र शहरों में से एक है। इस शहर में कई प्राचीन मंदिर हैं, जिनमें से एक बड़ा गणेश मंदिर भी है। यह मंदिर भगवान गणेश को समर्पित है और इसकी स्थापना हज़ारों साल पहले हुई थी।
मंदिर का इतिहास
बड़ा गणेश मंदिर का इतिहास बहुत पुराना है। हालाँकि, इसके निर्माण का सही समय ज्ञात नहीं है, लेकिन ऐसा माना जाता है कि यह मंदिर कई हज़ार साल पुराना है। कुछ मान्यताओं के अनुसार, यह मंदिर स्वयंभू है, यानी प्राकृतिक रूप से बना है।
• त्रिनेत्र गणेश: इस मंदिर में विराजमान गणेश की मूर्ति की तीन आँखें हैं, जो बहुत दुर्लभ है।
• चांदी का छत्र: गणेश की मूर्ति पर चांदी का छत्र रखा जाता है।
• ऋद्धि-सिद्धि: गणेश के साथ उनकी पत्नियाँ ऋद्धि और सिद्धि भी विराजमान हैं।
• त्रिनेत्र: गणेश की तीन आँखों का विशेष महत्व है। ये ज्ञान, क्रोध और दया का प्रतीक हैं।
• • स्वयंभू: ऐसा माना जाता है कि यह मंदिर स्वयंभू है, यानी यह प्राकृतिक रूप से बना है।
• • मनोकामनाएं पूरी होती हैं: ऐसा माना जाता है कि यहां आने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
• यहां पूजा करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
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