चावल, गेहूं, जौ, तिल, उड़द की दाल आदि का दान शुभ माना जाता है।
काले तिल का दान पितरों की शांति और पितृ दोष निवारण के लिए अत्यंत लाभकारी होता है।
छाता, का दान पितरों की आत्मा की तृप्ति के लिए महत्वपूर्ण है।
ब्राह्मणों को सफेद या पीले वस्त्र, धोती, अंगवस्त्र, या कंबल का दान करें।
गाय का दान या गौशाला में सहायता करना अत्यंत पुण्यदायक होता है।