त्रिपिंडी श्राद्ध करने से व्यक्ति जीवन की सभी बाधाओं से मुक्त होकर संतान सुख व आर्थिक उन्नति को प्राप्त करता है
: महाकुम्भ क्षेत्र त्रिवेणी संगम तट प्रयागराज
: Monday, 27 January 2025, माघ त्रयोदशी विशेष
अब तक 121+ से अधिक भक्त पुजारी जी की इस पूजा को बुक कर चुके हैं।
त्रिपिंडी श्राद्ध एक महत्वपूर्ण वैदिक अनुष्ठान है, जो पितरों की आत्मा की शांति और मोक्ष के लिए किया जाता है। यह श्राद्ध उन पूर्वजों के लिए होता है जिनकी मृत्यु के बाद उचित कर्म नहीं किए गए या जिनकी आत्मा असंतुष्ट है। इस श्राद्ध के माध्यम से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है, जिससे जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है।
इस अनुष्ठान से पितृ दोष का निवारण होता है, जिससे परिवार में चल रही समस्याएँ जैसे आर्थिक संकट, वैवाहिक अड़चनें, संतान संबंधी बाधाएँ और स्वास्थ्य समस्याएँ दूर होती हैं। त्रिपिंडी श्राद्ध करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और नकारात्मक शक्तियाँ समाप्त होती हैं।
पारिवारिक कलह का समाधान:
पितृ दोष के कारण परिवार में होने वाले झगड़ों और तनाव को समाप्त कर सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाता है।
भाग्य में सुधार:
पितरों की कृपा से व्यक्ति का भाग्य प्रबल होता है और सफलता के अवसर बढ़ते हैं।
वंश वृद्धि:
त्रिपिंडी श्राद्ध वंश वृद्धि और संतान प्राप्ति में आने वाली बाधाओं को दूर करता है।
यह श्राद्ध कर्म परिवार में शांति, समृद्धि और सौभाग्य को बढ़ाता है। साथ ही, पितरों की आत्मा को संतोष और शांति मिलने से उनके आशीर्वाद से जीवन में सफलता और उन्नति मिलती है।
त्रिवेणी संगम का जल मोक्षदायिनी है। यहाँ पितरों के लिए किया गया तर्पण और श्राद्ध उनकी आत्मा को मुक्ति प्रदान करता है।
पितरों का आशीर्वाद मिलने से संतान सुख और वंश वृद्धि में आ रही रुकावटें दूर होती हैं।
संगम पर त्रिपिंडी श्राद्ध से घर में सुख-शांति और समृद्धि का आगमन होता है।
जिन पूर्वजों की अकाल मृत्यु हुई हो, उनकी आत्मा को शांति मिलती है और परिवार पर से अकाल मृत्यु का संकट टलता है।
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संगम पर किया गया श्राद्ध घर की नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियों का नाश करता है।
अपनी आवश्यकताओं के आधार पर पूजा और पैकेज चुनें, जैसे व्यक्तिगत, युगल या पारिवारिक पूजा।
अपनी पूजा के साथ-साथ गौ सेवा, दीप दान, वस्त्र दान, अन्न दान, ब्राह्मण तर्पण जैसे अतिरिक्त विकल्प भी चुनें।
चुने गए पूजा के आधार पर अपना नाम, वंश (गोत्र) और पता (यदि लागू हो) के साथ संकल्प फॉर्म भरें।
चयनित पूजा में अपनी भागीदारी की पुष्टि करने के लिए भुगतान करें। अपने पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर पूजा के वास्तविक समय के अपडेट प्राप्त करें।
आपके नाम और वंश के साथ की गई पूजा का एक वीडियो 3-4 दिनों के भीतर आपके साथ साझा किया जाएगा और यह आपकी प्रोफ़ाइल पर भी उपलब्ध होगा। प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर दिए गए पते पर भेज दिया जाएगा।
महाकुंभ क्षेत्र त्रिवेणी संगम तट, प्रयागराज में त्रिपिंडी श्राद्ध करना अत्यंत शुभ और फलदायी माना जाता है। त्रिवेणी संगम गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियों का संगम स्थल है, जिसे हिन्दू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है। यहाँ किया गया कोई भी धार्मिक अनुष्ठान, विशेषकर पितृ कर्म, अत्यधिक प्रभावशाली होता है।
तीनों लोकों में प्रभावी:
संगम तट पर त्रिपिंडी श्राद्ध करने से पितरों की आत्मा को स्वर्ग, मृत्युलोक और पाताल लोक—तीनों में शांति मिलती है।
पितृ दोष का निवारण:
इस पावन स्थल पर श्राद्ध करने से पितृ दोष और उसके प्रभाव पूरी तरह से समाप्त हो जाते हैं।
धार्मिक और आध्यात्मिक लाभ:
प्रयागराज जैसे पवित्र स्थल पर श्राद्ध करने से व्यक्ति को धार्मिक पुण्य और आध्यात्मिक शांति प्राप्त होती है।
त्रिपिंडी श्राद्ध का आयोजन प्रयागराज के त्रिवेणी संगम तट पर कराने से पूर्वजों की आत्मा संतुष्ट होती है और परिवार को सुख, शांति, समृद्धि और पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।
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